-लेबल ठीक करने के लिए तकनीकि टीम तैयार करेगी कार्ययोजना
-सचिव से तत्काल पानी निकासी करने के इंतजाम करने को कहा
मथुरा। बरसात और हाइवे के नाले के पानी से लबालब कृषि उत्पादन मंडी समिति को देखने के लिए बुधवार को डिप्टी डायरेक्टर प्रशासन और उपनिदेशक निर्माण पहुंचे। अधिकारियों ने जलभराव से परेशान व्यापारियों की समस्याएं सुनी और जल निकासी के प्रबंध करने के निर्देश दिए। स्थायी समाधान के लिए तकनीकि अफसरों से मंडी के लेबल को ठीक करने की कार्ययोजना तैयार करने को कहा।
बीते 20 दिनों से अनाज मंडी में बरसात और हाइवे नाले का गंदा पानी भरा है। व्यापार चौपट है और व्यापारी अपनी दुकानों तक भी नहीं पहुंच पा रहे है। समस्या से परेशान व्यापारियों ने सोमवार को बीच सड़क धरना दिया था। इसके बाद अधिकारियों में खलबली मची। बुधवार का डिप्टी डायरेक्टर प्रशासन अनिल कुमार, डिप्टी डायरेक्टर निर्माण पवन कुमार सहित अधिकारियों की टीम मंडी परिसर पहुंची।
यहां उन्होंने जलभराव की गंभीर समस्या को देखा व्यापारियों से उनकी समस्याएं सुनीं। व्यापारियों ने बताया मंडी परिसर नीचा होने के चलते हाइवे नाले का पानी और बरसात के पानी का स्थायी जलभराव हो गया है। इसके चलते न तो व्यापारी अपनी दुकानों तक ही पहुंच पा रहे है और न ही किसान अपनी फसल की बिक्री कर पा रहे है। जलभराव से संक्रामक रोगों के पफैलने का खतरा बढ़ गया है।
डिप्टी डायरेक्टर ने मंडी सचिव रेनू वर्मा से पानी निकासी के लिए पर्याप्त वैकल्पिक इंतजाम करने तथा तकनीकि टीम से मंडी के निचले स्तर के लेबिल को ठीक करने की कार्ययोजना तैयार करने को कहा है। निरीक्षण के दौरान मंडी निरीक्षक गौरव, व्यापारी धर्म अग्रवाल, आलोक शर्मा, उमेश शर्मा, विनोद अग्रवाल, विष्णु शर्मा, राजेश चौधरी, झम्मन वार्ष्णेय, राजेश सिंह आदि मौजूद रहे।