श्री दीपक ज्योतिष भागवत संस्थान द्वारा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य पंडित कामेश्वर नाथ चतुर्वेदी की अध्यक्षता में मंथन गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें उन्होंने बताया कि 29 मार्च से 28 नवंबर 2025 तक ग्रहों की उठा पटक के कारण देश दुनिया में उथल-पुथल की स्थिति बनी रहेगी। इस बार ज्येष्ठ मास में पांच मंगल व पांच बुधवार होना देश दुनिया के लिए अशुभ फल दायक है । इस बीच प्राकृतिक आपदाओं का भी योग बना हुआ है। उन्होंने सभी से धार्मिक आयोजनों में अधिक से अधिक सहभागिता करने की सलाह दी है जिससे ग्रहों का प्रभाव कम हो सके ।
इस अवसर पर आचार्य ब्रजेन्द्र नागर ने कहा कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 11 जून तक खर्पर योग है जो कि देश दुनिया के लिए अत्यंत नाजुक है। उन्होंने कहा कि संवत् 2082 के श्रीराधागोविंद पंचांग के पृष्ठ संख्या 9 पर ग्रहों नक्षत्रों के अनुसार जो भविष्य वाणी लिखी गई है वह सभी सत्य साबित हो रही हैं। भारतीय संस्कृति सदैव विश्व-कल्याण की कामना में विश्वास रखती है अतः हमें देश व दुनिया में शान्ति के लिए दुर्गासप्तशती, रुद्राभिषेक व रुद्री पाठ, हनुमान चालीसा, सुन्दरकाण्ड,यज्ञ, हवन आदि धार्मिक अनुष्ठानों को अधिक से अधिक करने की आवश्यकता है। जिससे शान्ति बनी रहे।
गोष्ठी में ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक, पंडित पंकज,शरद, सौरभ शास्त्री, मनोज, मनीष पाठक, ऋषभ शास्त्री पंडित गोविंद, तरुण नागर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का विशेष महत्व है यदि ग्रहों का उपाय वैदिक विधिविधान से नहीं हो पाता है तो वह अपना असर अवश्य दिखाते हैं। इस लिए शुद्ध पवित्रता के साथ वैदिक परम्पराओं के अनुसार धर्म कार्य में रुचि लेने की आवश्यकता है जिससे घर, परिवार,देश दुनिया में शान्ति बनी रहे। गोष्ठी का संचालन ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक चतुर्वेदी ने करते हुए कहा कि संवत् 2082 राजनीतिक, समाजिक दृष्टि से अत्यंत ही उथल-पुथल रहेगा सोना चांदी, खाद्य-सामग्री में महंगाई बढ़ेगी और सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए जिससे पुनः कोई अप्रिय घटना न हो सके।