वृंदावन। अभिनेत्री व सांसद हेमा मालिनी ने मथुरा-वृंदावन के बच्चों के लिए आयोजित कथक प्रशिक्षण कार्यशाला की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए अगली कार्यशाला भरतनाट्यम नृत्य पर आयोजित कराने का संकल्प जताया है। वह भी उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद एवं नाट्य बिहार केंद्र मुंबई के संयुक्त तत्वावधान गीता शोध संस्थान वृंदावन में करवाने का विचार है। कथक सिखाने ब्रज में पधारी विदुषी उमा डोगरा भी प्रशिक्षण लेने वाली बालिकाओं को आश्वस्त किया कि जल्द कार्यशाला लगवाने के लिए वह मुम्बई में हेमा मालिनी से मिलेंगी। कथक प्रशिक्षण कार्यशाला की रिपोर्ट भी उन्हे देंगी।
कान्हा अकादमी के समन्वय, वृंदावन बाल विकास मंच और हरे कृष्णा आर्किड के सहयोग से स्थानीय गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी के सभागार में तीन दिवसीय कथक नृत्य प्रशिक्षण शिविर का समापन उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा के डिप्टी सीईओ सतीश कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
मुंबई से पधांरी विदुषी उमा डोगरा, ने कहा कि कथक नृत्य ईश्वर की आराधना है जिसका प्रारंभ भगवान श्री कृष्ण ने कालिया मर्दन लीला के समय किया था कथक नृत्य सीखने के लिए कार्यशाला के समापन पर विशिष्ट अतिथि वैदिक पथिक भागवत किंकर अनुराग शास्त्री ने शुभकामनाएं दीं। सम्मानित अतिथि मथुरा वृंदावन नगर निगम के उपसभापति मुकेश सारस्वत ने कहा कि हेमा मालिनी ने नृत्य के प्रति जो परिकल्पना की है वह अनुकरणीय है।
संस्थान के निदेशक प्रो दिनेश खन्ना ने उमा डोगरा द्वारा नृत्य प्रशिक्षण को वृंदावन और मथुरा की बालिकाओं के लिए अनमोल तोहफा बताया। नृत्य गुरु उमा डोगरा द्वारा सभी प्रतिभागी बच्चों को प्रशस्ति पत्र एवं अतिथिगण द्वारा सुंदर पानी की बोतल वितरित की गई।
कार्यक्रम में अनूप शर्मा ने हेमा मालिनी द्वारा प्रारंभ किए गए नृत्य धारा कार्यक्रम के बारे में बताया कि गीता शोध संस्थान वृंदावन के सभागार में लगाये कैम्प में मथुरा, वृंदावन व बाहर के 65 बालिकाओं, युवतियों व महिलाओं ने कथक सीखा।
गीता शोध संस्थान के कोऑर्डिनेटर चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने अतिथियों का सम्मान व आभार व्यक्त किया। संजय शर्मा आरसी गोयल मेघ श्याम वार्ष्णेय शेर सिंहआदि का विशेष सहयोग रहा। संचालन देवेंद्र शर्मा शर्मा ने किया l