मथुरा। दिल्ली आगरा नेशनल हाइवे 19 को यमुना एक्सप्रेस वे से वृंदावन को जोड़ने की योजना को अमलीजामा पहनाने में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के साथ कई शीर्ष अफसरों की अहम भूमिका रही है। इसमें सासंद हेमा मालिनी का नाम भी शामिल है। 1645 करोड़ की यह योजना वृंदावन को जाम से मुक्ति दिलाने में बड़ी सहायक बनेगी। मथुरा के पूर्व में सन 2013 में डीएम रहे आईएएस विशाल चौहान जो कि वर्तमान में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग विभाग में संयुक्त सचिव है ने इस प्रस्ताव को स्वीकृत कराने में विशेष भूमिका जिलाधिकारी सीपी सिंह के अनुरोध पर निभाई है।
गौरतलब रहे कि वृंदावन के लिए बहुप्रतीक्षित बाइपास की योजना को सोमवार को केंद्र सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी। इस परियोजना के तहत जैत पर नेशनल हाइवे 19 को यमुना एक्सप्रेस वे से वृंदावन कट के निकट जोड़ा जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की स्वीकृति के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इसके लिए 1645.72 करोड़ रुपये की धनराशि भी स्वीकृत कर दी। इसे लेकर सांसद हेमा मालिनी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्य्क्ष शैलजाकान्त मिश्र तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी नगेन्द्र प्रताप ने नितिन गड़करी के साथ मुलाक़ात की थी। इसे लेकर कई बैठक और भी हुई।
इसके बनने के बाद आगरा-दिल्ली हाईवे से यमुना एक्सप्रेस-वे तक पहुंचने के लिए अभी लोगों को वृंदावन के अंदर जाना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही बाँकेबिहारी जी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन को इसके निकट बनने वाली पार्किंग में खड़ा करके जाम से बचते हुए जा सकेंगे। इससे वृंदावन में वाहनों की संख्या कम होगी और जाम भी कम हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत हाईवे को यमुना नदी से होते हुए सीधे एक्सप्रेसवे को जोड़ दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि मथुरा के जिलाधिकारी सीपी सिंह ने पिछले दिनों भारत सरकार में लंबित इस प्रोजेक्ट की जानकारी मथुरा में जिलाधिकारी रहे वर्तमान में नेशनल हाइवे प्राधिकरण में संयुक्त सचिव विशाल चौहान को दी। इस पर विशाल चौहान की विशेष रुचि के बाद प्रक्रिया में और तेजी आ गई।