मथुरा। राजस्थान की प्रमुख साहित्यक संस्था ‘साहित्य मंडल नाथद्वारा’ के वार्षिक समारोह में क्रांतिकारी विचारों के अग्रणी लेखक श्री हुकुमचंद तिवारी एडवोकेट को “हिंदी भाषा भूषण” उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया गया।
नाथद्वारा में आयोजित समारोह में श्री तिवारी को उपाधि के साथ 2100 रुपये भेंट किये गये। ये सम्मान समारोह प्रमुख साहित्यकार स्व. भगवती प्रसाद देवीपुरा की स्मृति में प्रत्येक वर्ष साहित्य जगत की हस्तियों को प्रदान किया जाता है।
श्री तिवारी जनपद मथुरा की तत्कालीन विधानसभा सादाबाद से 47 वर्ष पूर्व वर्ष 1977 में विधायक चुने गये थे। आप वरिष्ठतम अधिवक्ता रहे हैं। आपने देश के स्वाधीनता सैनानियों पर कई पुस्तकें लिखी हैं। हाल ही में उनकी पुस्तक ‘शहादत के बेताब आशिक’ का विमोचन किया गया। यह पुस्तक श्री तिवारी ने और पत्रकार चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने संयुक्त रूप से लिखी है। इसमें ऐसे 28 क्रांतिकारियों के बारे में लिखा गया है जिन्होंने देश की आजादी के लिए जीवन अर्पित कर दिया और उनका इतिहास में ज्यादा उल्लेख नहीं है। इसके अलावा कई अन्य पुस्तक भी श्री तिवारी ने लिखी है। आपने वर्ष 1981 व 84 में मथुरा में स्वाधीनता संग्राम सैनानियों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कराये थे। राजस्थान के नाथद्वारा में हुए साहित्य सम्मेलन में मथुरा से साहित्य जगत की अन्य हस्तियां भी उपस्थित रहीं। उपस्थित लोगों में आकाशवाणी मथुरा के अवकाश प्राप्त उद्घोषक श्री कृष्ण शरद एवं अन्य ने भाग लिया।