लखनऊ /मेरठ। एक बिजली अधिकारी पर ढाई करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा है। इसके अलावा अन्य शिकायतें भी शासन को मिली हैं। इस पर शासन ने इस अधिकारी को निलम्बित करते हुए दक्षिणांचल मुख्यालय अटैच किया है। जानकारी के अनुसार वेद प्रकाश कौशल अधीक्षण अभियन्ता, विद्युत वितरण मण्डल, मेरठ द्वारा उपकेन्द्रों की मरम्मत व पार्कों के सौन्दर्यकरण हेतु करीब 41 करोड़ के टेन्डर जारी किए जाने हेतु ठेकेदारों से छह प्रतिशत अर्थात लगभग 2.5 करोड़ रूपये का रिश्वत लिये जाने की शिकायत प्राप्त हुई। साथ ही अन्य भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलीं। इस गंभीर मामले को शासन ने गंभीरता से लिया और जांच के आदेश दिए। अनुशासनिक कार्यवाही किए जाना उचित है। उप्र पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने अधीक्षण अभियंता वेद प्रकाश कौशल को जांच समिति की रिपोर्ट पर निलम्बित कर दिया है।
इनको दक्षिणांचल मुख्यालय अटैच किया गया है। वेद प्रकाश कौशल के विरूद्ध जांच एवं अनुशासनिक कार्यवाही मुख्य अभियन्ता (जांच समिति), उप्र पावर कारपोरेशन लि के स्तर पर सम्पादित की जाएगी। इस आदेश से अन्य अधिकारियों में भी हड़कंप मचा हुआ है।