मथुरा। ब्रज में कान्हा के जन्म का उल्लास सिर चढ़कर बोल रहा है। लोग कृष्ण भक्ति में सराबोर हैं। जन्माष्टमी के बाद नंदोत्सव पर प्रख्यात भजन गायक कन्हैया मित्तल ने भक्ति के इस माहौल में और भी जोश भरने का काम किया। कन्हैया मित्तल ने आ गया मैं दुनियादारी सारी बाबा छोड़ के से अपने भजनों की शुरुआत की तो जनसमुदाय झूम उठा।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में 5251 वें भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव समारोह में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। समारोह के अंतिम दिन मंगलवार को जुबली पार्क स्थित मुक्ताकाशी रंग मंच पर कन्हैया मित्तल ने भजनों का शानदार प्रस्तुति से जनसमुदाय का मन मोह लिया। देर शाम शुरू हुए कार्यक्रम में एक के बाद एक भजन पर कन्हैया मित्तल के गुजते स्वरों ने जैसे ही समां बांधा मौजूद जन समुदाय में जोश बढ़ने लगा। लोग झूमने लगे। कन्हैया मित्तल के स्वरों के साथ भीड़ भी स्वर मिलने लगी। काली कमली वाला मेरा यार है मेरे मन का मोहन तू दिलदार है भजन ने लोगों को और भी आनंदित कर दिया। कभी कृष्ण तो कभी खाटू श्याम की भक्ति में सराबोर होकर लोग झूमने लगे।
इससे पूर्व उभरते हुए कलाकारों में तेजी के साथ सामने आ रही गायक कलाकार नम्रता सिंह ने शानदार प्रस्तुति देते हुए भक्ति का माहौल बना दिया। नम्रता सिंह ने साथी कलाकार प्रिया चौहान-कोरस, ढोलका पर सुधीर मौर्या, कीबोर्ड पर गजेंद्र सिंह और दिनेश के साथ भजन लल्ला के सुन के मैं आयी यशोदा मैया दे दो बधाई , लड़ गई अखियां सखी रे बाँके बिहारी से , तो नैना घनश्याम के कटीले हैं कटार से, काली कमली वाला मेरा यार है , मुकुट सर मोर का पर भक्ति का तड़का लगा दिया। इसी मंच पर अंजली शर्मा ने नृत्य गायन प्रस्तुत किया। पाच्चजन्य प्रेक्षागृह के मंच पर स्पार्क ग्रुप और ब्रज नायक तथा दिल्ली घराना ग्रुप की शानदार प्रस्तुतियां रहीं।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने गायक कन्हैया मित्तल का को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस मौके पर मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के सचिव अरविंद कुमार द्विवेदी, डिप्टी सी ई ओ सतीश चंद्र, तकनीकी विशेषज्ञ आर के जायसवाल, अधिशासी अभियंता प्रशांत गोतम आदि मौजूद रहे।