ठाकुरजी के श्रृंगार को देख मोहित हुए भक्त, धारण की पीत पोशाक
ठाकुर जी के गले में सिशोभित सुगंधित फूलों की माला से महक उठा संपूर्ण मंदिर परिसर
वृंदावन। अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांकेबिहारी के चरणों के दर्शन को पहुंचा अपार जनसमूह ठाकुरजी के श्रृंगार को देखकर अपनी सुधबुध ही खो बैठा। पीत रंग की विशेष पोशाक धारण किए ठाकुर जी से भक्तों की नजर हटने का नाम नहीं ले रही थी। रायबेल, कुंद मोगरा गुलाब के फूलों की माला बिहारीजी के गले की शोभा बन रही थी, इन फूलों की सुगंध से संपूर्ण मंदिर परिसर महक रहा था। स्वर्णाभूषण ठाकुर जी की आभा को और निखार रहे थे। शुक्रवार को अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांके बिहारी जी ने भक्तों को चरणों के दर्शन दिए। अक्षय तृतीया पर साल में एक बार ठाकुर बांकेबिहारी चरणों के दर्शन देते हैं। इस विलक्षण दर्शन के लिए अपार जनसमूह वृंदावन में उमड पडा। भीषण गर्मी के बावजूद श्रद्धालुओं का जोश थमने का नाम नहीं ले रहा था। भक्तों का
जनसमूह ठाकुरजी और उनके चरणों को एक नजर निहारने को बेताव दिखाई दिया। अक्षय तृतीया के इस पावन अवसर पर वृंदावन में प्राचीन सप्त
देवालयों समेत प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मन्दिर में वैशाख शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि पर ठा. बांकेबिहारी लाल जू के वर्ष में केवल एक बार होने
वाले चरण व सर्वांग दर्शन भक्तो को सुलभ हुए। इस दौरान ठाकुरजी को गर्मी में शीतलता प्रदान करने के उद्देश्य से चंदन का लेपन किया गया था।
केसरयुक्त मलयागिरि के चंदन के लड्डू चरणों में अर्पित किए गए। साथ ही सत्तू बेसन के लड्डू शीतल पेय पदार्थ निवेदित किया। ठाकुरजी पीत
रंग की विशेष पोषाक और सुगन्धित रायबेल कुंद मोगरा गुलाब की माला धारण किए ठाकुर जी की छवि भक्तों को मोहित करती रही। भीड
को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के खास इंतजाम किये गये थे। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए शहर को तीन जोन व सात सेक्टर में
विभाजित कर प्रत्येक जोन का प्रभारी अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को बनाया गया था। इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गये थे।
वर्ष में एक बार अक्षय तृतीया पर बांके बिहारी मंदिर में होने वाले जन-जन के आराध्य ठाकुर बांकेबिहारी महाराज के चरण दर्शन के लिए शुक्रवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। पट खुलने के साथ ही समूचा मंदिर परिसर राधे राधे जै जै बिहारीलाल के जयकारों से गूंज उठा। श्रदालू अपने आराध्य की एक झलक पाने को भक्त खासे लालयित दिखाई दिए। भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप में भक्तों का हाल बेहाल होने के वावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने दर्शन किये। प्रशासन ने नगर में सरकारी वाहनों के अलावा किसी अन्य वाहन को प्रवेश नहीं करने दिया जिस कारण जाम के हालात नहीं बने।
अक्षय तृतीया पर श्री बांके बिहारी के दर्शन के लिए श्रीधाम वृंदावन में हजारों भक्तों ने डेरा डाल दिया था। सभी के दिलों में एक ही लालसा थी कि वह अपने आराध्य के चरण दर्शन के साथ दिन की शुरुआत करे। शुक्रवार सुबह जैसे ही मंदिर के पट खुले बड़ी संख्या में श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर पहुंच गए जिसके चलते सम्पूर्ण मंदिर परिसर बांके बिहारीलाल के जयकारो से गुंजायमान हो उठा मंदिर परिसर में पैर रखने तक की जगह नहीं दिखाई दी।
बिहारी जी के अद्भुद दर्शन और मनोहारी छटा में विराजित लाडले की एक झलक पाने के लिए भक्तो में होड़ सी लगी रही सिर से पैर तक स्वर्ण श्रृंगार और चरणों में चंदन का लड्डू भक्तों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। ठाकुर जी को शीतलता प्रदान करने के उद्देश्य से चंदन लेपन किया गया अपने आराध्य के सर्वांग दर्शन के लिए भक्त लालायित दिखाई दिए। बता दें कि वर्ष में एक ही दिन होने वाले चरण दर्शन और सर्वांग दर्शन का पुण्य अर्जित करने देश दुनिया से भक्त मौजूद वृंदावन धाम आए हुए हैं।
कहते है कि अक्षय तृतीया के दिन श्री बांके बिहारीजी के चरण दर्शन और सर्वांग दर्शन करने पर भक्तों पर विशेष कृपा बरसती है यह पुण्य अवसर वर्ष में सिर्फ एक बार ही मिलता है। अक्षय तृतीया पर आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से नगर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर रही वहीं देर शाम ही भारी वाहनों का आवागमन नगर में प्रतिबंधित कर दिया गया था अन्य मार्गों पर भी यातायात परिवर्तित किया गया है।