बरेली। ‘दैनिक दिव्य प्रकाश’ समाचार पत्र के संपादक प्रशांत सुमन का बुधवार को कोविड 19 से पीड़ित होने के कारण एक होस्पिटल में निधन हो गया। वह 49 वर्ष के थे। परिजनों के साथ कोविड नियम के तहत सीधे हॉस्पिटल से शव लॉकर मॉडल टाउन शमशान भूमि पर उनके पुत्र मिहिर सुमन ने उनको मुखाग्नि दी। वहाँ उपस्थित लोगों की आंखे नम हो गईं। बेहद हँसमुख स्वभाव वाले पत्रकार प्रशांत सुमन को कुछ दिन पहले कोरोना से पीड़ित होने पर एपेक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां उनको प्लाज्मा देने की भी आवश्यकता पड़ने की बात डॉक्टरों ने कही थी पर उससे पहले ही आज सुबह उनकी सांसे थम गई ।
व्यहारकुशल प्रशांत सुमन ने विष्णु इंटर कॉलेज से शिक्षा लेकर बरेली कॉलेज से एम कॉम किया। क्रिकेट के एक अच्छे खिलाड़ी के साथ ही एक उदघोषक भी थे और आकाशवाणी बरेली में काफी समय अपनी सेवाएं भी दीं। उनकी रुचि पत्रकारिता में शुरू से ही रही। जब उनके पिता जी जे बी सुमन बीमार थे तब भी वह ही पूरा अखबार निकालते रहे। पिता के निधन के बाद भी संघर्षरत रहकर वह अपना ‘दैनिक दिव्य प्रकाश’ को निरंतर कुशलता से संपादन करते रहे। उनको बेस्ट ई पेपर एवार्ड भी मिला। जिसमें उनकी मां गीता सुमन, जो एक प्रधानाचार्य रहीं भी हौसला देती रहीं। पत्नी सारिका सुमन एवम उनके पुत्र मिहिर एवम कुबेर भी मदद करते थे।
यू पी जर्नलिस्ट एसोसिएशन ‘उपजा’ एवम कायस्थ सभा से भी प्रशांत सुमन जुड़े रहे। उनको उपजा एवम भारतीय पत्रकारिता संस्थान/ मानव सेवा क्लब, सुशीला ग्रीश कन्या इंटर कॉलेज ने समय समय पर पत्रकारिता दिवस पर सम्मानित भी किया था। उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष निर्भय सक्सेना, महामंत्री रमेश चंद जैन, जनार्दन आचार्य, दिनेश पवन, उपजा प्रेस क्लब, बरेली के प्रेसिडेंट पवन सक्सेना, आशीष जौहरी एवम ‘उपजा परिवार’, मानव सेवा क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा, अभय भटनागर, राजेन विद्यार्थी, कायस्थ चेतना मंच के प्रेसिडेंट संजय सक्सेना, अमित सक्सेना बिंदू, अखिलेश सक्सेना ने प्रशांत को अच्छा इंसान बताते हुए कहा कि सभी ने एक शुभचिंतक खो दिया। पत्रकार निर्भय सक्सेना ने कहा कि हमने एक बेहतरीन पत्रकार को खो दिया जिसकी भरपाई असंभव है। भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य वरिष्ठ पत्रकार अशोक नवरत्न ने उनको अपना छोटा भाई बताते हुए निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।