1996 वें से अब तक जर्जर सड़क, मुखराई को गोवर्धन तहसील और ब्लॉक में लगवाने की मांग
भाजपा विधायक मेघ श्याम सिंह पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप
वीर नारायण शर्मा
गोवर्धन। मथुरा लोक सभा क्षेत्र 17 के पर्यटन गांव मुखराई में ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों द्वारा विकास कार्य न कराए जाने से नाराज होकर चुनाव में मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया है। ग्रामीणों ने एकजुट होकर पंचायत में लोक सभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान करते हुए कहा कि पर्यटन गांव मुखराई के लोग हमेशा से भाजपा को वोट करते चले आ रहे हैं लेकिन भाजपा के प्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद विकास की ओर कोई ध्यान नहीं देते हैं। मुखराई अडींग मार्ग 1996 से जर्जर अवस्था में पड़ा है जिस मार्ग पर आज तक डामरीकरण नहीं कराया गया। गांव से गोवर्धन तहसील की दूरी 400 मीटर, गांव मथुरा तहसील में लगता है जिसकी दूरी 22 किलो मीटर है। ग्रामीणों ने कहा जब तक मुखराई गोवर्धन तहसील और ब्लॉक में शामिल नहीं होता एवं अडींग मार्ग का डामरीकरण नहीं होगा तब तक वोट नहीं डालेंगे।
इस संबंध में गुरुवार को मुखराई के ग्रामीणों ने एकजुट होकर पंचायत की। इसमें 26 अप्रेल को होने वाले लोक सभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया। ग्राम प्रधान जगदीश ने बताया कि मुखराई गांव विकास कार्यों को लेकर पिछड़ा हुआ है यहां से वोट लेने के बाद जनप्रतिनिधि विकास कार्यों की ओर ध्यान नहीं देते हैं। पूर्व प्रधान मान पाल चौधरी ने कहा कि मुखराई से मथुरा की दूरी 22 किलो मीटर है। गांव मथुरा सदर तहसील में लगता है जबकि गोवर्धन तहसील मुख्यालय की दूरी मात्र 400 मीटर है। मुखराई गोवर्धन तहसील में लगना चाहिए। भगवत स्वरूप ने बताया कि मुखराई में 1996 वें में अडींग मार्ग पर गिट्टी डलवाई गईं थी, तब से अब तक डाबरी करण नहीं हुआ। कई बार विधायक और सांसदों को अवगत कराया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
विधायक पर लगाए आरोप
भाजपा विधायक मेघ श्याम सिंह पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक से गांव की विकास के लिए कहा तो उन्होंने यह कहते हुए फटकार दिया कि आपने वोट मुझे नहीं दिए योगी मोदी को वोट दिए हैं मुझे वोट देते तो मैं विकास कराता। विधायक के गलत व्यवहार से आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने आगामी लोक सभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार का फैसला लिया है।
पंचायत में राधा किशन दीक्षित ब्रज नंदन, बिहारी जोशी निरोती मुखिया करन सिंह जाटव पूर्व प्रधान मुकेश वघेल राम बाबू हरिमोहन जोशी देवी राम समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।