पं कामेश्वर चतुर्वेदी
1 जनवरी 2025 सूर्योदय कुंडली में धनु लग्न में उदित होगा भगवान भास्कर सुप्रभात में सभी प्रकार के अरिष्टों को दूर करते हुए पृथ्वी पर अपनी अमृतमय किरणों से सब को कल्याणकारी आशीर्वाद प्रदान करेंगे और चन्द्रमा मकर राशि में रहेगा। वर्ष 2025 भारत के लिए अत्यंत लाभकारी व विकास की दृष्टि से शुभ रहेगा । इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए दीपक ज्योतिष भागवत संस्थान के संस्थापक संरक्षक ज्योतिषाचार्य पंडित कामेश्वर चतुर्वेदी ने बताया कि पृथ्वी शस्य श्यामला रहेगी और भारतवर्ष को विश्वपटल पर विशेष सम्मान प्राप्त होगा। यमुना जी में अविरल निर्मल जलधारा के सुयोग बनेंगे श्री यमुना जी के घाटों पर नयनाभिराम छटा देखने को मिलेगी। 2025 में 7,8 सितंबर भाद्रपद पूर्णिमा की रात्रि में चन्द्र ग्रहण दिखाई देगा। 13 जुलाई से 28 सितंबर तक शनि वक्री रहेगा परिणामस्वरूप भारत सहित विश्व के अनेक देशों में विषम कठिन समय रहेगा उथल-पुथल की स्थिति बनी रहेगी। संस्कृत भारती मथुरा महानगर अध्यक्ष आचार्य ब्रजेन्द्र नागर ने सभी से अनुरोध किया है कि विश्व शांति के लिए धार्मिक स्थलों पर व परिवारों में स्थान स्थान पर अखंड रामायण पाठ, सुन्दर काण्ड पाठ करें, शिवालयों में रुद्राभिषेक एवं रुद्री पाठ करें, परिवार में सार्वजनिक रूप से हवन पूजन व धार्मिक सत्संग आदि के आयोजन करें जिससे विश्व में शांति सद्भाव और कल्याण हो।
साहित्याचर्य शरद चतुर्वेदी एवं सौरभ शास्त्री ने बताया कि 29 मार्च को शनि ग्रह 14 मई को बृहस्पति तथा 18 मई को राहु, केतु राशि परिवर्तन करेंगे। ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि विक्रम संवत 2082 में राजा एवं मंत्री पद का भार सूर्य ग्रह ने ही ले रखा है। पांच ग्रहों की युति में नवीन विक्रम संवत प्रारंभ होगा। भारत के कई देशों से व्यापारिक मधुर समझौते भी होंगे। भारत की बढ़ते मान-प्रतिष्ठा को देखकर विश्व के अनेक देशों में जलन भावना पैदा होगी और देश की एकता अखंडता में बाधा पैदा करेंगे। पं रामदास चतुर्वेदी शास्त्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में ऋषि मुनियों की परम्परा रही है हमने सदैव विश्व कल्याण की कामना की है सन् 2025 विश्व में सुख शांति सद्भाव और कल्याणकारी हो यह ही कामना है। इस अवसर पर आचार्य मुरलीधर चतुर्वेदी सौरभ शास्त्री, मनोज मनीष पाठक, ऋषभदेव, गंगाधर अरोड़ा, हरस्वरुप यादव,भगत सिंह आर्य आदि ने सभी देशवासियों को सन् 2025 से प्रारंभ होने वाले नए वर्ष पर शुभकामना देते हुए विश्व कल्याण की कामना की है।