मथुरा। प्रस्तावित बिहारीजी कोरिडोर से प्रभावित होने वाले सभी व्यक्तियों के लिए मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण बोर्ड ने रुक्मणि विहार योजना में 3924.91 वर्ग मीटर भूखंड को आवासीय में परिवर्तित करने की अनुमति प्रदान कर दी है। साथ ही उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण भवन निर्माण एंव विकास उपविधि तथा जॉनिंग रेगुलेशन 2025 को जो बीती 18 जुलाई को लागू करने के बाद अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया गया।
मंगलवार को मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण की 107 वीं बोर्ड बैठक मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद सभागार में आयोजित बैठक में मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एसबी सिंह ने बोर्ड के समक्ष सबसे पहले पिछली बैठक की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की। तदोपरांत रुक्मणि विहार योजना के सेक्टर एक स्थित कम्युनिटी फैसलिटी सेंटर के 3924 वर्ग मीटर भूखंड को आवासीय में परिवर्तित का प्रस्ताव रखा गया, जिसे बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान की गई। बोर्ड को अवगत कराया गया कि उक्त भूखंड पर फ्लेट बनाए जाएंगे। इनका उद्देश प्रस्तावित बिहारीजी कोरिडोर से प्रभावित होने वाले लोगों को यहाँ आवासीय सुविधा प्रदान करना है। इसके अलावा रुक्मणि विहार में ही कुछ आवासीय 2 BHK के रिक्त फ्लैेटो का आवंटन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर करने का प्रस्ताव रखा गया जिसे सहज ही स्वीकृति प्रदान कर दी गई। इसके अलावा मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/नए शहर प्रोत्साहन योजना के तहत समग्र व समुचित विकास योजना में फरह स्थित रहीमपुर में कुछ खसरा संख्या की भूमि का भू उपयोग परिवर्तन की भी अनुमति दी गई। बैठक में हाई कोर्ट से जुड़े प्रकरण भी रखे गए। इसके अलावा दौलतपुर फरह सेमरी छाता और गोवर्धन में तीन नए पेट्रोल पम्प के मानचित्र विशेष अनुमति के साथ स्वीकृति दी गई हैं।
इस मौके पर मंडलायुक्त ने बताया कि आवासीय आवश्यकता को देखते हुए विकास प्राधिकरण बोर्ड ने वृंदावन क्षेत्र में एक निजी आवासीय योजना का भू उपयोग कृषि से बदलकर आवासीय की स्वीकृति प्रदान की है। साथ ही विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से उम्मीद की गई है कि फरह स्थित आवासीय योजना के विकास कार्य को जल्द पूरा करते हुए योजना को लांच किया जाए।
बैठक में जिलाधिकारी सीपी सिंह, नगर आयुक्त जग प्रवेश, ओ एस डी प्रसून द्विवेदी, संयुक्त नियोजक श्रीमती स्मिता निगम,वरिष्ठ कोषाधिकारी मुन्ना लाल, अधिशासी अभियंता प्रशांत गौतम सहित बोर्ड से जुड़े अधिकारी तथा गैर सरकारी सदस्य नवीन मित्तल और डी एन गौतम मौजूद रहे। बैठक का संचालन विप्रा सचिव अरविंद कुमार द्विवेदी ने किया।