वाशिंगटन । इजराइल‑ईरान संघर्ष के पांचवें दिन हालात और विस्फोटक हो गए हैं। यहां जी-7 मीटिंग को बीच में छोड़कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप देश लौट आए हैं और ऐलान किया है कि वे तेहरान से उसके परमाणु कार्यक्रम पर आखिरी बार बात करेंगे और यदि ईरान नहीं झुका तो वे इजराइल को वह निर्णायक हथियार सौंप देंगे, जिससे ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खोमनेई को निशाना बनाया जा सके।
इसी के साथ राष्ट्रपति ट्रंप ने चेतावनी दी है कि ईरानियों को तुरंत अपने शहर खाली कर देने पर विचार करना चाहिए। वहीं इससे पहले कनाडा के कानेनास्किस में चल रही 51वीं जी-7 शिखर बैठक ने युद्ध को तत्काल और गंभीर ख़तरा बताते हुए संयुक्त बयान में कहा, कि ईरान को कभी परमाणु हथियार नहीं बनाने दिया जाएगा। इस वक्तव्य में इजराइल के आत्म‑रक्षा अधिकार का भी समर्थन किया गया, साथ ही क्षेत्र में व्याप्त हालात को शांत करने की अपील की गई।
राष्ट्रपति ट्रंप बैठक बीच में ही छोड़ वाशिंगटन पहुंच गए हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ आपात सत्र की अध्यक्षता करेंगे। यहां अमेरिका में नियुक्त इजरायली राजदूत ने कहा कि गुरुवार‑शुक्रवार की रात हिज़्बुल्लाह पर ‘बीपर’ अभियान से भी बड़ा धावा देखने को मिल सकता है। उधर इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि खोमनेई का अंत ही मौजूदा संघर्ष का संभव विराम होगा। जवाब में ईरानी सर्वोच्च नेता ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, अल्लाह की मदद से इस्लामी गणराज्य शीघ्र ही ज़ायोनिस्ट शासन पर विजय पाएगा।